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पिता और बेटी की कहानी | A Heart Touching Love Story In Hindi

रिश्ता 

कल से रिश्ता तोड़ चुकी हूँ 

आज से नाता जोड़ चुकी हूँ 

हर आता जाता है सवाली 

छाप पाँव की छोड़ चुकी हूँ 

जिन रस्तों में दम था घुटता 

वहाँ से कदम में मोड़ चुकी हूँ 

ले दे कर दो  ख्वाब मरोड़ चुकी हूँ 

उजड़े ख्वाब मरोड़ चुकी हूँ 

बाकी ज़िन्दगी कौन गवाए 

जीवन - रस को निचोड़ चुकी हूँ 

तेरी थी बे -रगी दुनिया 

लाल चुनरिया ओढ़ चुकी हूँ 

 

A Heart Touching Love Story In Hindi

एक राजकुमार नाम का एक आदमी होता है। जिसका बहुत  बड़ा बिजनसे होता है। राजकुमार बहुत दयालु और महान इंसान होता है। राजकुमार के घर  में किसी चीज़ की कोई कमी नहीं थी  राजकुमार अपनी पत्नी के साथ रहता था। राजकुमार का  महल  होता है।  और बहुत सुंदर होता है।  राजकुमार के बच्चा नहीं  होता है। जैसे राजकुमार बहुत दुखी रहता था। अपने घर पर हवन करते है पूजा पाठ करते है गरीबो को भोजन भी करते है। सब की मदद भी करते थे। राजकुमार से सब प्यार करते और इज्जत करते थे  उनके बच्चे  के लिए दुआ करते थे। 

एक दिन राजकुमार की दुआ सुन ली भगवान ने और सब की भी  राजकुमार के घर पर  एक प्यारी सी नैनी सी बेटी का जन्म होता है । राजकुमार बहुत खुश होता ख़ुशी से सब को मीठी और कपडे देता है। और अपनी बेटी की ख़ुशी में गरीबों को बहुत कुछ दान भी करता है। और मदिर में पूजा पाठ भी करता है। राजकुमार अपनी बेटी का नाम जानवी रखता है। 

कही साल  के बाद राजकुमार के आँगन में बच्चो की आवाज सुने को मिली है राजकुमार  बहुत खुश  होता है। राजकुमार अपनी बेटी के लिए कमरे  में  खिलोने से पूरा कमरा बारे देते है। और अपना  टाइम अपनी बेटी से साथ निकलते  ऐसे करते काफी टाइम होने लगता था। जानवी बहुत सुंदर और बहुत प्यारी होती है जानवी अपनी पापा की बहुत लाड़ली बेटी होती है अपनी बेटी  के लिए सब कुछ करता था राजकुमार कोई कमी नहीं आने देता अपनी बेटी की ज़िन्दगी  में अपनी बेटी के लिए एक से एक चीज़ ले कर आता था। 

जानवी स्कुल जाने लगी थी। जानवी के पापा जानवी को ले कर जाते और ले कर आते थे । जानवी राजकुमार के लिए जान होती है। जानवी को छोटी सी चोट लगने से पुरे महल  को सर पर ले लेता है। राजकुमार अपनी बेटी  बहुत प्यार करता था राजकुमार की आखों का तारा होती है।  जानवी को बहुत लाडे प्यार से पालने -पोषण किया करता था । 

जानवी बड़ी हो जाती है जानवी के  पिता से बहुत  प्यार करती थी। और जानवी भी अपने पिता के जैसी होती है। सब से प्यार करना और उनकी मदद करना जानवी किया करती थी। जानवी के लिए हर ख़ुशी जानवी के पापा होते है जैसे -जैसे जानवी बड़ी होती जा रही थी  राजकुमार को तनाव में रहने लगा क्योकि जानवी अब कॉलेज जाने लगी थी। और बड़ी भी होने लगी है।  पर राजकुमार के लिए आज भी जानवी  नैनी गुड़िया ही देखती है। पिता के लिए बच्चे  कितनी भी बड़े हो जाए उनको छोटे  लगते है।  माँ बाप के लिए बच्चा होता है। जानवी के पापा ने जानवी की किसी चीज़ की कमी नहीं आने दी

राजकुमार अपनी बेटी  के लिए  करता था जानवी को हर चीज़ का ज्ञान और शिष्या दिया करता था जानवी भी कभी अपने पिता का दिल नहीं दुखती थी बस नाराज हो जाती थी और राजकुमार अपनी बेटी को बहुत प्यार से मने जाता था इन दोनों के प्यार को देख के सब बहुत खुश होते थे राजकुमार अपने सारे काम छोड़ देता अपनी बेटी के लिए एक दिन जानवी अपने पापा के पास बैठी अपना काम कर रही थी तब जानवी के पिता जी जानवी से कहते है बेटा 

कभी ज़िन्दगी में किसी बात पर गबरना मत और अपने मन की बात को सुना जो आपको एक नया रिस्ता देखेगा और जानवी मेरे चले जाने के बाद आप कैसे रहोगे मेरे बिना जानवी रोने लगती  और कहती है मैं आपको कही नहीं जाने दूगी और कही जाना होगा तो साथ ही चलुगी राजकुमार हसने लगता है। राजकुमार अपनी बेटी को रोते नहीं  देख सकता अपनी बेटी को रोता हुआ। राजकुमार कहता है एक दिन मेरी बेटी के लिए राजकुमार आएगा और मेरी बेटी को मुझसे दूर ले कर जाएगा। जानवी रोने लगती है और अपने पापा के गले लगे जाती और रोने लगती है  कहते है। आपको छोड़ के कही नहीं जाऊगी। 

राजकुमार कहता है बेटा एक दिन लड़कियों को अपना घर छोड़ के जाना होता है। क्योकि भगवान ने बेटी को ही इतनी हिम्मत दी होती है। की बेटियाँ अपना घर को  परिवार बना देती है। उनका वास बनती है। अपने से बड़ो का ख्याल रखती है। सब का सोचती है खाना पीना करती है। तो जानवी कुछ देर  सोचने के बाद कहती है फिर लड़की का ख्याल कौन रखता है। पिता जी कहते पति तो जानवी कहती है आगे वो न कर तो जानवी के पिता जी कहते है। बेटा सब के किस्मतें पर लिखा होता है। बेटा 

कुछ सालो के बाद 

जानवी के लिए लड़का देखने जाते है। राजकुमार और लड़का बाहर से पढ़ाई कर के आता है और वो भी बहुत अच्छा होता है। और जानवी की शादी हो जाती है। जानवी अपनी घर में खुश हो जाती है। यह सब देख के राजकुमार बहुत खुश होता है। यह देख पर एक दिन राजकुमार की  तबियत ख़राब हो जाती है। वो बीमार रहने लगता है। राजकुमार को कोई इस बीमारी हो जाती है जैसे राजकुमार को डॉक्टर ने कहे दिया की आप ज्यादा नहीं जी सकते तो राजकुमार यह बात किसी से नहीं कहते है। 

एक दिन राजकुमार की बहुत तबियत ख़राब होती उनको हॉस्पिटल ले कर जाते है और वही पर वो मर जाते है। 

यह थी एक पिता और बेटी की कहानी 

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