Header Ads

खौफ़नाक खण्डहर: एक डायन की प्रेम कहानी (LOVE STORY of a Dayan (9)

                                                         कहानी का नवा पाठ 

 वरुण और विशाल  सुने के दोनों के पैर  पीछे हो जाते है। और मालिया को देखने लगते और डरने लगते है। तभी मालिया कहती है डरो मत और  मालिया कुवे के पास जाती है कहती है इसी  कुवे में हमें दोनों को मर के  गिरया था  पूरे  गाँवो ने मिले कर फिर एक दिन अपना बदला लेने के लिए मैंने पुरे गांव वालो को  ख़तम कर दिया अब तक मुझे मुक्ति नहीं मिली मैं आज भी भटक रही हूँ अपने युवराज के लिए तभी  विशाल कहता युवराज के लिए युवराज भी तो इस कुवे में मर गया था ना मालिया कहती है युवराज ने दूसरा जन्म ले लिया और विशाल कहता कहा फिर युवराज मालिया कहती है। कुछ दरें बाद बोलती है वरुण के सामने अपनी आंगुली करती हैं विशाल कहता है वरुण है क्या बात कर रहे हो आप युवराज मालिया कहती है हां वरुण ही युवराज है यह हवेली भी वरुण की है। 

वरुण कहता है मैं युवराज हूँ मालिया कहती है आप ही युवराज हो 

मालिया : अपने  दूसरा जन्म लिया है मेरे लिए 

विशाल : आपके लिए लिया क्या मतलब 

मालिया : मुझे मुक्ति वरुण से ही मिलेगी 

वरुण : कैसे मालिया  

मालिया :  फिर बोलती है युवराज ही मुझे मुक्ति दिला सकते है 

विशाल : वो कैसे मालिया 

वरुण : हां बताओ मालिया कैसे 

मालिया : वरुण से क्या आप मुझे मुक्ति दिला दोगे। 

वरुण : सोचने लगता है। और सोचने के बाद कहता हां मैं आपको मुक्ति दिलाऊंगा। 

मालिया : बहुत खुश होने लगती है और वरुण से कहती है मुझे पता था आप मुझे मुक्ति दिला दो गए 

वरुण : पर मुझे क्या करना होगा मालिया 

मालिया :  कुवे को देख के कहती है मेरे शरीर आज भी इस कुवे में है मेरे शरीर को मुक्ति मिलते ही मुझे मुक्ति मिले जाएगी 

वरुण : फिर बोलता है मैं आपको मुक्ति दिलाऊं गया मालिया 

मालिया : खामोश हो जाती है कुछ नहीं बोलती 

वरुण : क्या हुआ मालिया आप खामोश क्यों हो गए 

मालिया : वरुण यह इतना आसान नहीं है। 

 वरुण : क्यों मालिया ऐसा क्या करना होगा आप बताओ हमें 

मालिया : बहुत मुसिबत आ सकती है इन काम के लिए आप में से किसी की जान भी जा सकती है। 

वरुण : आपके लिए कुछ भी कर देंगे आपको मुक्ति दिलाने के लिए 

विशाल : आप हमें बताओ हमें क्या करना होगा 

मालिया : मैं आप दोनों को सारी बात बताती हूँ 

वरुण -विशाल दोनों बोलते है हां मालिया आप हमें बताओ 

मालिया : पुराने समय में चली जाती है मालिया और वरुण और विशाल से कहती है कही सालो से मेरी आत्मा इस हवेली के आस - पास भटक रही है। मैं इस हवेली और गांव के लावा कही नहीं जा सकती मुझे लगा  पुरे गांव को ख़त्म करने के बाद मुझे और युवराज को  मुक्ति मिले जाएगी पर युवराज को मिले गयी मुझे  नहीं मिली  मेरी आत्मा कही सालो से इस हवेली के पास ही भटक रही है। अपनी मुक्ति  पाने के लिए  

विशाल : क्यों मालिया आपको मुक्ति क्यों नहीं मिली और आप डायन कैसे बने काली शक्ति कैसे मिली 

मालिया :  मैंने युवराज को अपनी आँखों के सामने तड़पते मरते देखा है अपने प्यार को मरते देख के मेरा क्रोध ऊपर आसमान तक आ गया था और कुछ बुरी आत्मा मुझे अपने साथ ले गयी मैंने गांव वालो से बदला लेने के लिए काला जादू सीखा था फिर में एक डायन बने गयी काली शक्ति से फिर मुझे लगा मेरी और युवराज की आत्मा को शांति मिले जाएगी पर ऐसा नहीं हुआ मैं इस हवेली में कैद हो कर रह गयी। फिर मैंने महादेव की पूजा पाठ करने लगी  महादेव को खुश करने के लिए 

 कही सालो से महादेव की तपस्या कर रही थी  मुझे  मुक्ति कैसे मिलेगी  ऐसे लिए मैं पूरी श्रद्धा भाव में  नील हो गयी भक्ति में एक दिन मेरी तपस्या से खुश हो कर महादेव ने मुझे दर्शन दिया और कहा 

 महादेव ने मुझे अपनी मुक्ति के बारे में बताया महादेव ने दो नियम बताए पहले तो आपको यहाँ युवराज ने जन्म ले लिया है और युवराज ही तुम्हे मुक्ति दिला सकते है। युवराज को सब याद दिला कर अपने साथ ले जाना  होगा और दूसरी  यह कुवा कही काली शक्ति से बंद है। इस मैं युवराज ही जा सकते है और महादेव का हवन होगा  कुवे को शुद्ध बना होगा फिर वरुण को उसके आदर जाना होगा। कही काली शक्ति आपको रोकगी मरने की कोशिश करेगी पांच धातु को एक करना होगा 

वरुण : कौन से पांच धातु होंगे मालिया 

विशाल : मैं जानता हु वरुण 

मालिया : फिर मेरे शरीर को बाहर निकले के अग्नि देनी होगी वरुण को 

वरुण : हां यह मैं कर लगा 

मालिया : इतना आसान नहीं यह करना आपकी जान भी जा सकती है 

वरुण :  मैं अपने प्यार के लिए इतना कर सकता हूँ मालिया अपने इतना कुछ किया मेरे लिए 

मालिया : की आँख बार जाती है वरुण के ऐसे बोलने से 

मालिया : आप आज भी पहले जैसे हो युवराज वही आँखो में चमक फिर मालिया कहती है जैसे गांव में रहती थी उस गांव जाना होगा वहां से मेरे घर से आपको मेरी कोई भी वस्तु ले कर आनी होगी जिसे मेरे शरीर के साथ आपको हवन में रखनी होगी। 

विशाल : मैं पडित का बेटा हूँ मैंने हवन कर लगा और दादा जी ने मुझे काली शक्ति का भी ज्ञान दिया है। 

मालिया : यह इतना आसान नहीं है मेरे गांव आप को जाना होगा युवराज वहां कही शक्ति का वास है और बुरी आत्मा रहती है। 

विशाल : मैं बुरी आत्मा को बचाऊंगा वरुण को मेरे पास कुछ ऐसी वस्तु है जो वरुण का कुछ नहीं कर सकती 

मालिया : जिसे गांव को ख़तम किया उसमे आपकी मदद कर दूगी पर मेरा गांव आपको जाना होगा 

विशाल : आप एक डायन हो आपको यह शरीर कैसे मिला मालिया 

मालिया : मैं काली शक्ति से डायन बने गयी पर मेरा कर्म बहुत अच्छे थे तो मुझे यह शक्ति महादेव ने दी थी मैं सब के सामने जा सकती हूँ जो सच्चे मन का हो उसके सामने बुरे लोगो के सामने मैं डायन बने जाती हूँ 

फिर मालिया 

मालिया : वरुण से कहती है मैंने ही आपकी तबियत खराब की थी मैं चाहती थी आपकी तबियत ख़राब होगी और हवेली में हमें दोनों के बीचे कोई नहीं होगा अच्छा मौका मिलते ही  आपको मर दूँगी मैं अपनी काली शक्ति का करने वाली थी की  जब विशाल आ गया और विशाल की तड़प देख के मैं वही रोक गयी कुछ ना कर सकी आपके लिए प्रेम देखा मैं चाहकर भी कुछ ना कर सकी आप के सारे दोस्त बहुत अच्छे है आपकी बहुत फ़िक्र किया करते है। 

वरुण : नहीं आप बहुत अच्छे हो आगे आप बुरे होते तो कब का मेरे दोस्तों को भी मर सकते थे पर आप का  दिल एक नेक है तो अपने ऐसा कुछ नहीं किया चाहे आप डायन बने गए हो पर आपकी आत्मा पवित्र है।  मालिया 

मालिया : यह सब आपको कल की रात होने से पहले करना होगा नहीं तो मेरी आत्मा ज़िन्दगी बारे भटकती रहेगी 

विशाल और वरुण आप चिंता मत करो मालिया हमें दोनों आपको मुक्ति दिलेगे 

फिर तीनो हवेली में जाने लगते है  तैयारी करने के लिए हवेली में राहुल और रवि बैठे थे 

राहुल : तुम सब कहा चले गए थे 

विशाल : अपनी सारी बात राहुल और रवि को बता देते है वो दोनों भी गबरा जाते है पर मालिया कहती है डरो मत मैं आपका कुछ नहीं करुँगी राहुल कहता है मैं भी आपके साथ हूँ वरुण के साथ मैं जाऊंगा और रवि तो डरपोक होता ही है वो कहता मैं यह विशाल के साथ रहुगा 

वरुण : यह कल आज और अभी से करेंगे हमें अब कोई दर नहीं करनी चाहिए 

विशाल : हां अब ले कर आता हूँ बुरी शक्ति के बचने का सामने वरुण के लिए 

विशाल अपने कमरे में चला जाता है 

अब आगे  

कोई टिप्पणी नहीं

If you have any doubts, Please let me know

Blogger द्वारा संचालित.