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खौफ़नाक खण्डहर: एक डायन की प्रेम कहानी (LOVE STORY of a Dayan (5)

 कहानी का पांचवा पाठ  

हवेली में मालिया और वरुण होते है और कोई नहीं होता वरुण अपने कमरे में सो रहा होता है मालिया नीचे एक गुप्त दरवाजा होता है वहां चली जाती है। हवेली के नीचे  एक बहुत बड़ी तस्वीर लगी होती है उस के पीछे एक दरवाजा होता है मालिया तस्वीर के पास जाती है। और तस्वीर में एक बटन लगा होता है बटन को दबाते ही दरवाजा खोल जाता है। मालिया आदर चले जाती है। 

युवराज और मालिया के मरने के बाद से ही मालिया हवेली में रहती है  किसी को हवेली के पास नहीं आने देती युवराज और  मालिया को  पुरे गांव के  लोगों ने मिले के मारा था वरुण को  तड़प -तड़प के मरे रहे थे  मालिया चिल्लाती रही सब से भीखे  मांगती रही कोई बचा लो मेरे युवराज को हमें दोनों गांव को छोड़ के  कही दूर चले जाएगे छोड़ दो मेरे युवराज को पर कोई नहीं सुनता ना कोई आगे नहीं आता युवराज को लकड़ी से मरते है 

 कोई तो मेरी सुन लो पर कोई नहीं सुनता मालिया चिल्लाती रही कोई नहीं जाता सब देख के हसने लगते और कहते है मारो इन दोनों को आगे से कोई ऐसी गलती नहीं करेगा इन दोनों को जीने का कोई हक़ नहीं है इन सब को देखे के हमारे बच्चे भी ऐसा कदम उठा लगे इन दोनों को जिंदा रहने का कोई हक़ नहीं बार -बार यह कहते है सब मालिया की कोई नहीं सुनता  

वरुण को मर के हवेली के पीछे ही एक बहुत बड़ा कुँवा होता वरुण को सब मिले के कुवे में फेंक देते है। और मालिया को भी फेंक देते है मालिया मरते समय कहती है किसी को नहीं छोडूगी अपने प्यार का बदला जरूर लुंगी सब को मर दूगी कोई नहीं बेचेगा गांव में  और मालिया मर जाती है। गांव के लोग कुंव के पास देखने लगते है। कुछ लोग डरने लगते है तो कुछ लोग कहते मरने के बाद क्या करेगी जिंदा होने पर कुछ नहीं किया मरने के बाद क्या करगी सब मिले की पत्थर मरने लगते है 

 और हसने लगते है। और चले जाते है। सब के चले जाने के बाद कुछ बुरी शक्ति के लोग मालिया को लेने आ जाते है  और मालिया को अपने साथ ले जाते है। अपने योग में काली शक्ति सिखने लगते है।  मालिया को काली शक्ति और काला जादू सीखते है अपने प्यार के लिए  मालिया एक डायन बना जाती है । मालिया अपने प्यार के लिए सब से बदला लेना चाहती है। मालिया फिर  काली शक्ति सिखने लगती है। 

गांव के लोग बैठे के बातें करने लगते है। कुछ लोग डर के कहते है कही मालिया  ना आ जाए कही मालिया ने जो कहा वही ना कर दे सब के मन में डर बैठे जाता है सब अपने अपने घर चले जाते है। और कहते सुबह हो के सब गांव के मुखिया  के पास जा के बात करेंगे 

अगली सुबह 

गांव के लोगो सुबह होते ही  मुखिया जी के पास जाते है और मुखिया जी से कहते है मालिया और वरुण को मर के कोई गुणा तो नहीं हो गया ना  मुखिया जी कहते  है कुछ नहीं करेगी मेरे होते कुछ नहीं करेगी किसी को डरने की कोई  जरूरत नहीं है मुखिया जी के होते इस गांव में कोई बाल भी  बका नहीं कर सकता सब अपना काम करो मुखिया की बातें सुने के कुछ चने सा मिलता है। सब चले जाते है अपने -अपने काम के लिए ऐसा कही महीनों बीत जाते है। गांव में ऐसा कुछ भी नहीं होता सब अपने काम में लगे होते है। 

मालिया अपनी शक्ति बनाने में लगी हुई थी मालिया को काला जादू आने लगा अब मालिया एक डायन बने गयी थी।डायन बने के बाद मालिया हवेली में जाती है। हवेली के पास जो भी आता उस मालिया मरने लगती है। एक दिन कुछ गांव के लोग हवेली के पास से गुजरे रहे थे। और तीन आदमी  होते है। आपसे में बातें करते जा रहे थे। 

जगल की और क्योकि हवेली के पास ही एक जगल होता है जगल से हो कर गांव जाया जाता था तीनो जगल के रास्ते से जा रहे थे। तभी बहुत बड़ा तूफ़ान आने लगता है। और तीनों सोचने लगते यह आचनक तूफ़ान कैसे आने लगा। तभी मालिया आ जाती है उनके सामने और जोर -जोर से हसने लगती है तीनों डरने लगते है। और भागने लगते है भागते -भागते तीनों गिर जाते है।  मालिया हवा में उड़ें लगती है और जोर -जोर से हसने लगती है। 

वो कहते कौन हो तुम मालिया कहती तुम्हारी मौत मालिया और तीनो कहते मालिया तो बहुत डरने लगते है। और एक तो इतना डर जाता है की उसकी सांस ही बंद हो जाती है। और दोनों भागने लगते है तभी मालिया हसते हुए दोनों के पैरों में पेड़ की डाली निकलती है और दोनों के पैरों को कास के पकड़ लेती है। और हवा में लटका देती है। दोनों कहते छोड़ दो हमें हमने क्या किया तुम्हारा हमें माफ़ कर दो मालिया कहती है तुम्हे माफ़ कर दू 

किसी ने मेरी सुनी सब हसे रहे थे ना अब तुम्हे कोई नहीं बचा सा सकता और मालिया के बालों उनके गले से बंद जाते है। और तड़पते ने लगते अपने हाथो से छोड़ने की बहुत कोशिश करते है पर नहीं छोड़ सके  तड़पत -तड़पत मर जाते है और मालिया जोर -जोर से हसने लगती है मालिया की हसी पुरे आसमान तक जा रही जा रही थी। 

अगली सुबह 

एक आदमी जगल की और जा रहा था वहाँ कुछ ही दुरी में उस एक आदमी मारा मिलता है। वो देख के उसके पास जाता है और मरे आदमी की आँखे खोली हुई थी जिसे देखे के वो गांव की और भागता है। और भागता - भागता वो मुखिया जी  के पास जाते है और सारी सच्ची बता देता है मुखिया जी कुछ लोगो को ले के जगल की और चला जाता है। वो आदमी मुखिया जी को बताता है यह देखो सब देख के हारना हो गए इस क्या हुआ कुछ ही दूर दो पेड़ पर लटके हुए मिले सब डर गए और सोचने लगे यह किसी ने किया। 

ऐसे करते गांव में हर रोज मौत होने लगी  गांव के लोग को पता चले गया की मालिया कर रही है सब डरने लगे मालिया से  मुखिया जी के पास जाने लगे और कहते मुखिया जी हमें बचाओ मालिया से तब मुखिया जी के पास एक आदमी बैठा होता वो कहता है दूसरे गांव में एक माता रानी का मदिर है उस मदिर में पुजारी से कहो वो आपके गांव को बचा सकता है मुखिया जी कुछ आदमी के साथ दूसरे गांव जाते है।  पड़ित के पास  जो माता का पुजारी होता है। मुखिया जी उनके पास जाते है 

अब आगे 




      

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